Sunday 9 October 2016

जब भी ये'' दिल उदास होता है.,


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जब भी ये दिल उदास होता है ,
यहीं -कहीं तू' मेरे आस-पास होता है.. 
इसी यक़ीन पे रातों को नींद आती है,
मेरी नींदों में कहीं तू' भी है जो सोता है..

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मुझे इस बात का हर रोज़ फ़क़्र होता है,
तेरी ख़ुशियों से मेरे दर्द का क़द' छोटा है..
दिलों के दरम्यान दूरी तेरी' मजबूरी है,
ये भी एहसास मुझे बार-बार होता है.. 
नहीं ऐसा नहीं कि फ़िर कोई ज़िया''नहीं मिली ,
मग़र ये प्यार है बस एक' बार होता है.. 
बस यही सोच कर ये दिल मेरा नहीं रोता ,
तू' भी क़तरों में संग आँसुओं के बहता है.. 
ज़ुबाँ पे नाम तेरा' ख़ुद -ब ख़ुद ही आता है,
ज़िक़्र जब भी कहीं शहर' का तेरे होता है.. 

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कभी ज़हन में दर्द बनके जो' उभरता है,
इससे मुझमे तेर 'होने का यक़ीन बढ़ता है.. 
पास मेरे यही' बस एक जमा पूँजी है,
बदौलत जिसकी' ये दिल कोई ग़ज़ल कहता है.. 

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